डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज के पिछड़े और शोषित वर्ग के लिए अपनी जिंदगी समर्पित की: धर्मपाल सिंह

जनपत की खबर , 16

डा. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं, बल्कि समाज सुधारक भी थे। उन्होंने दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा संघर्ष किया: नीरज सिंह 

डॉ. भीमराव अंबेडकर ने हमें न केवल एक संविधान दिया, बल्कि हमें समाज में समानता और न्याय का अधिकार भी दिलवाया: ब्रजेश पाठक 

लखनऊ। डां० भीमराव अंबेडकर मैराथन” का भव्य आयोजन संगठन प्रदेश महामंत्री भाजपा धर्मपाल सिंह ने रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, सामाजिक परिवर्तन प्रतीक स्थल पर माल्यार्पण किया गया।
भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती की पूर्व संध्या पर लखनऊ में “डां० अंबेडकर मैराथन” का आयोजन अत्यंत उत्साह और सामाजिक चेतना के वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस आयोजन के मुख्य संयोजक वरिष्ठ भाजपा नेता नीरज सिंह रहे, जिनके मार्ग दर्शन में कार्यक्रम ने जनभावनाओं को अभिव्यक्त करने वाला और सामाजिक समरसता का संदेश देने वाला स्वरूप प्राप्त किया।
मैराथन दौड़ की शुरुआत के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम से हुई, जिसे भारतीय जनता पार्टी के संगठन प्रदेश महामंत्री धर्मपाल सिंह ने बाबा साहब की प्रेरणा से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह दौड़ अटल चौक होते हुए 1090 चौराहा तक सम्पन्न हुई। मैराथन के उपरांत “सामाजिक परिवर्तन प्रतीक स्थल, गोमती नगर” पर एक भावपूर्ण माल्यार्पण एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहाँ बाबा साहब डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर धर्मपाल सिंह, नीरज सिंह तथा अन्य गणमान्यों द्वारा पुष्पमाला अर्पित की गई। इस अवसर पर उनके जीवन दर्शन, संविधान निर्माण में योगदान तथा सामाजिक न्याय के लिए किए गए संघर्षों को स्मरण किया गया।
इस अवसर पर संगठन प्रदेश महामंत्री भाजपा धर्मपाल सिंह ने अपने संबोधन में डॉ. अंबेडकर की शिक्षाओं और उनके जीवन के आदर्शों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज के पिछड़े और शोषित वर्ग के लिए अपनी जिंदगी समर्पित की। उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण करके देश के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार और स्वतंत्रता प्रदान की। बाबा साहब का जीवन संघर्ष का प्रतीक है, और हम सभी को उनके आदर्शों पर चलकर समाज में समानता और न्याय स्थापित करने की दिशा में काम करना चाहिए। आज का यह आयोजन उनके योगदान को याद करने और समाज में एकता का संदेश देने का एक सशक्त प्रयास है।
नीरज सिंह ने अपने संबोधन में डॉ. अंबेडकर के जीवन और उनके द्वारा किए गए संघर्षों को याद करते हुए कहा,
कि "डा. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं, बल्कि समाज सुधारक भी थे। उन्होंने दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा संघर्ष किया। उनका यह संघर्ष हमें हमेशा प्रेरित करता है कि हम भी अपने समाज में समानता और न्याय की स्थापना करें। यह मैराथन उनके विचारों को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है, और मैं सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने इस नेक कार्य में भाग लिया।"
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया, जिन्होंने डॉ. अंबेडकर के योगदान और उनके विचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि "डॉ. भीमराव अंबेडकर ने हमें न केवल एक संविधान दिया, बल्कि हमें समाज में समानता और न्याय का अधिकार भी दिलवाया। उनका जीवन एक संघर्ष का प्रतीक है, और उनके विचारों को हम सभी को अपनी जीवनशैली में उतारने की आवश्यकता है। आज का यह आयोजन बाबा साहब के विचारों को समर्पित है, जो हमें समाज में एकता और समानता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। हम सभी को उनके आदर्शों पर चलकर एक ऐसे समाज की स्थापना करनी चाहिए, जहां हर व्यक्ति को समान अवसर और अधिकार प्राप्त हों।"दौड़ समाप्ति के बाद विजेताओं को नकद पुरस्कार प्रदान किए गए।
प्रथम पुरस्कार: ₹50,000, द्वितीय पुरस्कार: ₹25,000,
तृतीय पुरस्कार: ₹15,000, सांत्वना पुरस्कार: ₹5,000 प्रति विजेता
पूरे रूट पर भारतीय जनता पार्टी लखनऊ महानगर के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग स्थानों पर दौड़ में भाग ले रहे युवाओं पर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया। जनता के उत्साह, जल सेवा, तालियों और फूलों से भरे स्वागत स्थलों ने इस आयोजन को जन-जन का उत्सव बना दिया।
कार्यक्रम में संगठन प्रदेश महामंत्री भाजपा गोविंद नारायण शुक्ला, विधायक  योगेश शुक्ला (बख्शी का तालाब), प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य संतोष सिंह, विधान परिषद सदस्य रामचंद्र सिंह प्रधान, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, विधायक नीरज बोरा महापौर लखनऊ सुषमा खरकवाल,
आदि ने बाबा साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
यह आयोजन न केवल बाबा साहब के विचारों को जनमानस तक पहुंचाने का माध्यम बना, बल्कि समाज में एकता, समानता और चेतना का सशक्त संकल्प भी प्रस्तुत किया। डॉ० अम्बेडकर मैराथन विजेतागणो को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। 
1. अवधेश चौधरी को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ, जिनको ₹50,000 (पचास हज़ार रुपये मात्र) का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
2. अनुपम को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ, जिनको ₹25,000 (पच्चीस हज़ार रुपये मात्र) का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
3. पंकज यादव को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ, जिनको ₹15,000 (पंद्रह हज़ार रुपये मात्र) का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
सांत्वना पुरस्कार प्राप्त प्रतिभागीगण:
निम्नलिखित प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार स्वरूप ₹5,000 (पाँच हज़ार रुपये मात्र) की धनराशि प्रदान की गई। इस्लाम अली, संदीप पाल, राहुल सहरमन सरनालईया, उजाला, शिल्पी, प्रतिक्षा यादव, प्रेमलता, तथा शशिलता रहे।

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