विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा टीम को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया।

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लखनऊ।
अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रणाली एवं लेखा परीक्षा केंद्र (आईसीआईएसए) द्वारा "कार्यान्वयन लेखा परीक्षा" पर आयोजित 159वें अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 23 देशों के 34 लेखा परीक्षकों की टीम ने 01 अप्रैल, 2024 को लखनऊ विश्वविद्यालय का दौरा किया।

 अपनी यात्रा के दौरान, 23 देशों के 34 लेखा परीक्षकों की टीम ने लखनऊ विश्वविद्यालय का दौरा किया, ताकि वहां प्रचलित शैक्षणिक उत्कृष्टता के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके, साथ ही इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। 

विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा टीम को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया। 

भर्ती एवं मूल्यांकन प्रकोष्ठ की डीन और राजनीति विज्ञान विभाग की हेड प्रोफेसर मनुका खन्ना ने स्वागत भाषण दिया, जबकि लखनऊ विश्वविद्यालय के  प्रभारी कुलपति अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर अरविंद अवस्थी (प्रति कुलपति) ने टीम के सदस्यों को लखनऊ विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।

कार्यक्रम की शुरुआत टीम के प्रतिभागियों के परिचय के साथ हुई। इस दौरे में डीन छात्र कल्याण  (DSW) प्रोफेसर संगीता साहू ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और इसके वित्तीय, प्रशासनिक और लेखा परीक्षा प्रोटोकॉल सहित परिचालन प्रक्रियाओं पर प्रकाश डालते हुए एक प्रस्तुति (PPT) दी। प्रस्तुति के बाद प्रयागराज स्थित एजी कार्यालय के अधिकारियों द्वारा भी  एक और प्रस्तुति दी गई।

इसके बाद, टीम ने पुरातत्व संग्रहालय को देखा जहां प्रो पीयूष भार्गव ने उन्हे कलाकृतियों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद वे लोग मानव विज्ञान विभाग में स्तिथ दोनों संग्रहालय का भ्रमण किए जहा मानव विज्ञान विभाग की हेड प्रो केया पांडेय ने उन्हे विस्तृत जानकारी प्रदान की।  तत्पश्चात उन्हें विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक इमारतों का दौरा कराया गया, जहां प्रोफेसर पीयूष भार्गव ने भवन की विस्तृत व्याख्या की। टीम ने टैगोर लाइब्रेरी में रेयर कलेक्शन स्थल को भी देखा जहां उन्हें प्राचीन इतिहास विभाग के प्रो प्रशांत श्रीवास्तव ने विभिन्न तथ्यों से अवगत कराया। फिर उन लोगों ने भूगर्भ विज्ञान के संग्रहालय को देखा जहां उन्हें भूगर्भ विज्ञान के हेड प्रो ध्रुवसेन सिंह ने जानकारी दी। इसी क्रम में टीम ने प्राणि विज्ञान संग्रहालय का भी दौरा किया जहां वहां रखे संग्रह के बारे में प्राणिविज्ञान की हेड प्रो संगीता रानी ने जानकारी दी।

कार्यक्रम का समापन प्राणि विज्ञान विभाग की हेड प्रोफेसर संगीता रानी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। 

टीम में बांग्लादेश, भूटान, ब्रुनेई दारुस्सलाम, बुरुंडी, चिली, जॉर्जिया, गुयाना, भारत, लाओस, लातविया, मलावी, मालदीव, मॉरीशस, मोरक्को, नेपाल, नाइजर, नाइजीरिया, पेरू, रूस, समोआ, तंजानिया, ट्यूनीशिया और जाम्बिया के प्रतिनिधि शामिल थे।

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