45वीं अखिल भारतीय विद्युत परिषद पावरलिफ्टिंग एवं बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता का ऊर्जा मंत्री ने किया शुभारम्भ

जनपत की खबर , 285

के. डी. बाबू स्टेडियम में तीन दिवसीय  पावरलिफ्टिंग एवं बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता का होगा आयोजन 

खेल प्रतियोगिता में असम, कर्नाटक, तमिलनाडु,  तेलंगाना, छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी कर रहे प्रतिभाग

 ऊर्जा मंत्री ने सम्पूर्ण ऊर्जा परिवार की ओर से खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए धन्यवाद दिया और बेहतर खेल प्रदर्शन की शुभकामनाएं दी

केंद्र व प्रदेश की सरकार खिलाड़ियों को दे रही बेहतर सुविधाएं, खिलाड़ियों को मिल रहा पूरा सम्मान 
                           - श्री ए.के. शर्मा

लखनऊ। 28 जनवरी 2024

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा जी ने आज लखनऊ के के. डी. सिंह बाबू स्टेडियम में उत्तर प्रदेश पावर सेक्टर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 45वीं अखिल भारतीय विद्युत परिषद पावरलिफ्टिंग एवं बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मंत्री श्री शर्मा ने प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जनता की सेवा करते हुए खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेना बहुत ही सराहनीय है। आप सभी को अपने अपने क्षेत्रों में इस प्रकार की खेल प्रतिस्पर्धा का आयोजन करना चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी आपके साथ आ सके और जनता से आपका सीधा संवाद भी स्थापित हो सके, जो कि आपके अपने कार्यों के साथ सुविधाओं में और सुधार करने में सहायक हो सकें। 

राजधानी स्थिति के. डी. बाबू स्टेडियम के वेटलिफ्टिंग हॉल में उत्तर प्रदेश पावर सेक्टर स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड द्वारा आयोजित तीन दिवसीय (28 से 30 जनवरी, 2024 तक) 45वीं अखिल भारतीय विद्युत परिषद पावरलिफ्टिंग एवं बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता का शुभारम्भ प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर व फीता काटकर किया। मंत्री श्री शर्मा ने प्रदेश के साथ अन्य 05 राज्यों से प्रतियोगिता में भाग लेने आये खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए सभी को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि खेल सिर्फ हार-जीत के लिए नहीं खेला जाता है। खेल को जीवन का अभिन्न अंग जिसने भी बना लिया है उसको शारीरिक और मानसिक दोनों का स्वास्थ्य लाभ मिलता है। मंत्री श्री शर्मा ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी जनता की सेवा करते हुए भी खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेते हैं, यह बहुत ही सराहनीय है। खेल सिर्फ हार-जीत ही नहीं बल्कि आप सभी में स्पोर्ट्समैन स्पिरिट (खेल की भावना) भी उत्पन्न करता है, जिससे आपको अपने क्षेत्र में कार्य करने में भी बहुत सहायता मिलती है। उन्होंने प्रदेश में विजिलेंस की एक कार्रवाई करने का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार विद्युत् विभाग की टीम किसी घर में निरिक्षण पर गयी। घर में मौजूद ग्रहणी ने अपने रसोईघर में जूते उतार कर जाने की बात कही, इस पर महिला विजिलेंस कर्मी ने ग्रहणी की बात को अन्यथा लेते हुए उस पर बढाकर बिल देने की बात कह डाली। इस बात को बताने का सिर्फ एक ही मकसद है कि खेल प्रतिस्पर्धा में प्रतिभाग करने से जो टीम भावना विकसित होती है, उसका प्रयोग हमें अपने दैनिक कार्यों में भी करना चाहिए। हमें अपने अहंकार को अपने कार्यों के बीच नहीं आने देना चाहिए। क्योंकि हम जिस सेवा में हैं, वहां हमें बेहतर सुविधा देने के साथ ही अपने व्यवहार को भी उत्कृष्ट रखने की आवश्यकता है।

मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि सभी खिलाड़ी अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। जीतते सभी नहीं हैं, मगर खेलते खेलते हमारे प्रदर्शन में निरंतर सुधार आता रहता है। आप सभी जहां भी तैनात है या सेवा दे रहे हैं, वहां के क्षेत्रीय लोगों में भी कुछ ऐसे होंगे, जिन्हें खेल में रूचि होगी और किसी न किसी स्तर पर वह अपना प्रदर्शन कर भी रहे होंगे। आपको अपने क्षेत्रों में एक प्रतिस्पर्धा का आयोजन कर उन्हें भी आमंत्रित करना चाहिये। इससे आपके अपने कार्यों के साथ ही आपके व्यवहार में भी परिवर्तन होगा। क्षेत्रीय निवासियों और आपके बीच बेहतर संवाद स्थापित होगा, जिससे आपको अपने कार्यों को और भी बेहतर करते हुए, उसमें सुधार करने का मौका मिलेगा। उपभोक्ता और कर्मचारी के बीच का संवाद सुविधाओं में सुधार का बड़ा माध्यम होता है। इससे आपकी कार्यशैली और कर्मठता का भी व्यापक प्रचार-प्रसार होता, जो उपभोक्ता आपसे संकोचवश या किसी भी कारण से आपसे कोई बात नहीं कह पा रहा होगा, वो इस प्रकार की प्रतिस्पर्धा में आने के बाद आपसे अपने मन की बात कहने में संकोच नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आप अपने साथ और भी खिलाडियों को जोड़िये, जिससे आपके प्रदर्शन में और भी निखार होगा। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि आपने देखा ही होगा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री जी खेल और खिलाडियों दोनों का ही बड़ा सम्मान करते हैं। जैसे ही कोई खिलाड़ी किसी भी प्रतिस्पर्धा में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करता है या मेडल लाता है। मा. प्रधानमंत्री जी उसे सोशल मीडिया, फ़ोन या किसी भी माध्यम से उसे बधाई देकर उसका हौसला बढ़ाते हैं। इससे पूरे देश की निगाहें उस खिलाड़ी की ओर जाती है। उन्होंने कहा कि कल ही मा. मुख्यमंत्री जी ने भी एसियाड पदक विजेता 189 खिलाड़ियों को 62 करोड़ की धनराशि के साथ पुरुस्कृत कर अधिकारीयों का पद देकर सम्मानित भी किया। 

मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि पहले खेलों को बहुत वरीयता नहीं दी जाति थी। खिलाड़ियों को भी किसी भी तरह से कोई सहयोग नहीं मिल पाता था। मगर आज आप जानते ही हैं कि मा. प्रधानमंत्री जी ने सांसद खेल प्रतियोगिता का आयोजन कराकर हमारे बीच छिपी प्रतिभाओं को निकालने का कार्य किया है। साथ ही खेलों और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा देने और उनके प्रदर्शन को उत्कृष्ठ बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं के साथ स्टेडियम, स्पोर्ट्स सामग्री, खिलाड़ियों को कोच की सुविधा व अन्य सुविधायें भी दी जा रही हैं। खेल अब सामाजिक रूप से इंडस्ट्री में परिवर्तित होना शुरू हो चुका है। साथ ही इससे आय के स्त्रोत भी बढ रहे हैं। आज खिलाड़ी अपने खेलों से जो धन अर्जित करते हैं, उससे ज्यादा तो उन्हें उत्पादों की ब्रांडिंग और प्रचार करने के लिए कंपनियों द्वारा दिया जाता है। मा. प्रधानमंत्री जी कि प्रेरणा से देश-प्रदेश में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से खेल को बढ़ावा देने के अभिनव प्रयास किया जा रहा है, जिससे खेल की पूरी इंडस्ट्री डेवलप होती जा रही है। आपको भी इस इंडस्ट्री का हिस्सा बनकर समाज का अग्रदूत बनने के लिए अपना योगदान देना चाहिए। मंत्री श्री शर्मा ने इस खेल प्रतिस्पर्धा में शामिल हुए विशेष रूप से छः राज्यों असम, कर्नाटक, तमिलनाडु,  तेलॉगना, छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश के कुल 180 खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन और सम्पूर्ण ऊर्जा परिवार की ओर से स्वागत करते हुए धन्यवाद भी दिया और बेहतर खेल प्रदर्शन की शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर प्रतियोगिता समिति के अध्यक्ष श्री के.बी. सिंह (निदेशक, का. प्र. एवं प्रशा.), श्री जे.डी. द्विवेदी (निदेशक, वितरण), श्री सी. पी. यादव (अपर सचिव), श्री शमशाद अहमद (अपर सचिव), श्री वी.के. मिश्रा, राजकुमार रस्तोगी, अनिल निगम एवं आर.एन. पाल सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी व विद्युत् विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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