ज़ी सिनेमा पर 'पुष्पा 2 : द रूल' के वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर पर सुकुमार के साथ खास चर्चा

मनोरंजन , 155

- आपने कहा था कि ‘पुष्पा 2 : द रूल’ खास तौर पर दर्शकों को रोमांचित करने के लिए बनाई गई है, वो भी डबल एंटरटेनमेंट के साथ। ये विचार कैसे आया?

दर्शक ही हमारे लिए सबसे ज़रूरी हैं, और हमारी पूरी टीम इसी सोच के साथ काम करती है। इसलिए सबने एक ही मकसद को ध्यान में रखते हुए मेहनत की। हम एक दिन का काम दो दिन में करते थे — और जो एक्स्ट्रा दिन होता था, वो सिर्फ दर्शकों को एंटरटेन करने के लिए होता था। खुद पुष्पा भी चाहता था कि अपने चाहने वालों के लिए कुछ ख़ास किया जाए, इसलिए उसने कोई समझौता नहीं किया और पहले से ज़्यादा मेहनत की। यह फिल्म सच में दोगुना मनोरंजन करती है, और इसमें कोई शक नहीं कि ज़ी सिनेमा के दर्शक भी इसे पूरी तरह महसूस करेंगे।

- फिल्म का म्यूज़िक, डांस और इसकी सोच को लेकर काफी चर्चा हो रही है। इसके बारे में थोड़ा और बताइए।

म्यूज़िक और डांस ‘पुष्पा 2: द रूल’ की आत्मा का हिस्सा हैं। इन्हें इस तरह से गढ़ा गया है कि पुष्पा की दुनिया के सच्चे जज़्बात और जोश को दर्शाया जा सके। हर गाना कहानी को आगे बढ़ाने के लिए बनाया गया है। असल में, ‘पुष्पा 2: द रूल’ एक ऐसे इंसान की कहानी है जो मुश्किलों से लड़कर ऊपर उठता है। यह फिल्म संघर्ष, चुनौती और आत्मविश्वास को दर्शाती है। यह एक ऐसी दुनिया है, जहां हर पल पुष्पा को खुद को साबित करना पड़ता है। लेकिन जो बात उसे सबसे अलग बनाती है, वो है उसकी पत्नी श्रीवल्ली के प्रति उसका प्यार और इज्जत। एक ऐसे माहौल में जहां ताकत और वर्चस्व जज्बातों को पीछे छोड़ देते हैं, वहां पुष्पा और श्रीवल्ली का रिश्ता एक ताजगी भरा बैलेंस देता है।

- आप अल्लू अर्जुन के दो दशक लंबे सफर का हिस्सा रहे हैं। ‘पुष्पा’ के लिए यह साथ इतना खास क्यों है? क्या इस रिश्ते ने ‘पुष्पा 2’ को और बड़ा रूप दे दिया?

मैंने अल्लू अर्जुन को एक इंसान और कलाकार — दोनों रूपों में निखरते देखा है। हमारे बीच जो रिश्ता है, वो क्रिएटिव एनर्जी के आदान-प्रदान पर टिका है। हम घंटों विचार करते हैं कि कैसे सबसे अच्छा दे सकते हैं, और वो हर बार खुद को पूरी तरह समर्पित कर देता है — चाहे वो आंखों का हल्का-सा इशारा हो या आवाज़ में एक हल्का सा कंपन — वो हर भाव को पूरी शिद्दत के साथ प्रस्तुत करता है।

- ‘पुष्पा 2’ को सिनेमाघरों में ज़बर्दस्त रिस्पाॅन्स मिला। अब जब इसका वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर ज़ी सिनेमा पर हो रहा है, तो आपकी भावना क्या है?

मैं बेहद उत्साहित हूं कि अब ‘पुष्पा 2’ ज़ी सिनेमा के ज़रिए देशभर के घरों तक पहुंचेगी। सिनेमा लोगों से कई तरीकों से जुड़ता है, और टेलीविजन उस अनुभव को सीधे उनके घर ले आता है। यह फिल्म मेरे दिल के बेहद करीब है — हर सीन, हर जज़्बात को प्यार और जुनून से रचा गया है। मैं चाहता हूं कि लोग अपने परिवार के साथ बैठकर इस सफर को फिर से महसूस करें — एक बार फिर से उस रोमांच, भावना और कहानी को जिएं — और अपने घर के सुकून में बैठकर उसका पूरा मज़ा लें।

तो तैयार हो जाइए, अपनों को साथ बैठाइए और देखिए ‘पुष्पा 2: द रूल’ काधमाकेदार वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर,31 मई, शनिवार को शाम 7:30 बजे, सिर्फ ज़ी सिनेमा पर। क्योंकि जब पुष्पा राज सीना तानकर निकलता है, तोदुनिया देखती रह जाती है!

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