*‘अवध फेस्टिवल’ की शान बनेंगे संगीत की दुनिया के दमकते सितारे*

मनोरंजन , 372

*शान, मिठुन, इमरान, माहिरी, प्रियंका, अंतरा, हरिओम व सुरेश को नौशाद सम्मान*

लखनऊ, 15 नवम्बर। इस वर्षांत के अवध फेस्टिवल की शान बॉलीवुड सिंगर शान, गदर2 फेम संगीतकार मिठुन और सितारवादक संगीतकार  इमरान खान, गायिका माहिरी बोस के साथ ही गायिका प्रियंका बर्वे, अंतरा नन्दी, सृजनशील आइएएसस हरिओम और रंगनिर्देशक सुरेश शर्मा को नौशाद सम्मान से नवाजा जायेगा। हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन की ओर से राजधानीवासियों के लिए गोमतीनगर विस्तार के होटल हिल्टन गार्डन में 30 नवम्बर को ‘अवध फेस्टिवल’ की इस संगीत भरी यादगार महफिल में प्रियंका, महारि, अंतरा और अनन्दिता नन्दी सुरों का जादू जगाएंगी। 
संयोजक जफर नबी ने बताया कि इस वर्ष के नौशाद सम्मान को लेकर हुई बैठक में गायक शान, संगीतकार मिठुन, सितारवादक संगीतकार इमरान खान, गायिका माहिरी बोस, गायिका प्रियंका बर्वे, अंतरा नन्दी, आइएएसस हरिओम और रंगकर्मी सुरेश शर्मा को नौशाद सम्मान के लिए चुना गया। इससे पहले हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन विख्यात सरोद वादक अमजद अली खां, संतूरवादक शिवकुमार शर्मा, अभिनेत्री व नृत्यांगना हेमा मालिनी, गायिका रेखा भारद्वाज, गायक सोनू निगम, गजलगो तलत अजीज और रेखा सूर्य जैसे विश्वविख्यात कलाकारों को आमंत्रित कर उनके कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें उनके योगदान के लिए सम्मानित कर चुका है। उन्होंने बताया कि माहिरी बोस का तआल्लुक घरानेदार हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के गुरु जयंत बोस से रहा है और माहिरी में गाने के संग ही गीत लिखने और संगीत रचने की भी प्रतिभा है। 17 वर्ष की उम्र से गाने वाली प्रियंका बर्वे पार्श्व गायिका होने के साथ मराठी अभिनेत्री भी हैं। मराठी फिल्म उद्योग में सक्रिय प्रियंका को फिरोज खान की फिल्म मुगल ए आजम के ब्राडवे रूपांतरण में अनारकली की भूमिका के लिए भी जाना जाता है। अब तेइस वर्ष की हो रही अंतरा नन्दी ने 10 वर्ष की उम्र में 2009 में सारेगामापा से शुरुआत की थी। पद्मश्री राशिद खां से छोटी उम्र में गायिकी का हुनर सीखने वाली अंतरा कई टीवी शो और फिल्मों के लिए गा चुकी हैं। हरिओम एक प्रशासनिक अधिकारी होने के साथ ही शायरी और गायकी के फन में माहिर हैं। लखनऊ से नाता रखने वाले उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज के निदेशक सुरेश शर्मा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक रह चुके प्रख्यात रंगनिर्देशक हैं।   
अवध की संस्कृति और गौरव को रेखांकित करने वाले अवध फेस्टिवल के सम्बंध में श्री नबी ने बताया कि एसोसिएशन इससे ठीक पहले विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा करने के मकसद से पर्यावरण और पर्यटन पर स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन कर चुका है। एक बड़ा आयोजन महात्मा गांधी की डेढ़ सौवीं जयंती को समर्पित था, अब 30 नवम्बर को अवध फेस्टिवल का यह आयोजन होगा।

Related Articles

Comments

Back to Top