मिथुन व प्रतिभा को नौशाद सम्मान, साक्षी, अदिति और सौम्या को शाने अवध, जवानों के बीच सजी संगीत की महफिल

राष्ट्रीय , 101

जवानों के बीच सजी संगीत की महफिल 

लखनऊ, 23 फरवरी।  अवध फेस्टिवल के दो हिस्सों में बंटे कार्यक्रम में सराका होटल के आंगन में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गायिका प्रतिभा सिंह बघेल को नौशाद सम्मान प्रदान किया तो  संगीतकार मिथुन शर्मा छावनी के पुनीत दत्त ऑडिटोरियम में अतिथियों लेफ्टिनेंट जनरल सुरेन्द्र सिंह और जीओसी मुप्सा मेजर जनरल सलिल सेठ द्वारा सम्मानित हुए।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने गायिका साक्षी तनेजा व अदिति राय के संग लेखिका सौम्या बाजपेयी को शान ए अवध सम्मान से नवाजते हुए कहा कि अवध फेस्टिवल के ऐसे गरिमामय आयोजन अवध की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ कलाकारों को सम्मान दिलाते हैं। यहां अतिथियों का स्वागत हुनर क्रिएशन क्राफ्ट एसोशिएशन की अध्यक्ष फरीदा यास्मीन ने किया। संयोजक जफर नबी को सीआईएम की ओर से सम्मानित किया गया। यहां उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष जयंत खोत और निदेशक डा.शोभित कुमार नाहर, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अनीस अंसारी व गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। 
जवानों के समक्ष पुनीत दत्त ऑडिटोरियम में 
प्रतिभा सिंह बघेल ने सैनिकों को समर्पित करते हुए- ऐ मेरे वतन के लोगों.... और आगे लखनऊ के लिए दिल क्या चीज़ है मेरी जान लीजिए.... गीत पेश किये। इससे पहले कार्यक्रम का प्रारम्भ हुआ कांतिका मिश्रा की कथक प्रस्तुतियों से हुआ। इसके बाद अदिति राय ने- दिल‌ सुन रहा है.... गीत से शुरुआत करते हुए दूसरा गीत- धागे से बंधा पंख लिए उड़ा जाए...... और फिर भूलभुलैया-तीन का गीत दो दिलों की प्रेम कहानी.... और आगे- 
 मेरे ढोलना सुन मेरे प्यार की धुन.... व
 हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार जिंदगी में..... गीत सुनाये। दुबई से आई गायिका साक्षी तनेजा ने  गजल‌ये आज देखा है देखने के बाद...., मोहब्बत करने वाले कम न होंगे ,तेरी महफ़िल में हम न होंगे..... और चुपके चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है.... जैसी गजलों से सुनने वालों को नवाजा।

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