
‘AI प्रज्ञा’ प्रशिक्षण कार्यक्रम से युवाओं को मिलेगा नई तकनीकों का ज्ञान
अन्य खबरे Jun 13, 2025 at 06:22 PM , 46लखनऊ, 13 जून 2025।
तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), अलीगंज, लखनऊ में ‘AI प्रज्ञा’ नामक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विशेष सचिव, आई0टी0 एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग/राज्य समन्वयक, सेंटर फॉर ई-गवर्नेंस (CeG) नेहा जैन एवं प्रधानाचार्य राज कुमार यादव द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
नेहा जैन ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), साइबर सुरक्षा एवं नई उभरती तकनीकों में दक्ष बनाएगा। इससे उन्हें भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की मंशा है कि इस तरह के नवाचारात्मक प्रशिक्षण प्रदेश के अन्य आईटीआई संस्थानों में भी संचालित किए जाएं ताकि अधिक से अधिक युवाओं को लाभ मिल सके।
कार्यक्रम के दौरान राज कुमार यादव, प्रधानाचार्य, आईटीआई अलीगंज ने कहा कि ‘AI प्रज्ञा’ कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इससे उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को सीखने का सीधा मौका मिलेगा, जो वर्तमान समय में रोजगार के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से छात्र-छात्राएं भविष्य के औद्योगिक परिवेश में सफलतापूर्वक कदम रख सकेंगे।
‘AI प्रज्ञा’ कार्यक्रम का आयोजन 1M1B (One Million for One Billion) संस्था के सहयोग से किया गया। पहले चरण में 100 से अधिक छात्र-छात्राओं को AI, साइबर सुरक्षा, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी तथा प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया गया। 1M1B संस्था के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे छात्रों को इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स, नवाचार एवं मेंटरशिप के माध्यम से व्यावहारिक प्रशिक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम में छात्रों ने भी इस प्रशिक्षण के प्रति अत्यंत उत्साह दिखाया और कहा कि पहली बार उन्हें ऐसी तकनीकें सीखने का अवसर मिला है जो सीधे औद्योगिक जरूरतों से जुड़ी हैं।
इस अवसर पर आईटीआई के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण, आई0टी0 एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के अधिकारीगण तथा सेंटर फॉर ई-गवर्नेंस (CeG) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने में निर्भय कुमार सिंह, कार्यदेशक एवं अन्य कर्मचारियों के योगदान की प्रधानाचार्य ने सराहना की।
Comments