संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के सहयोग से नव अंशिका फाउंडेशन द्वारा हास्य नाटक “लाहौल विला कुबत” ने दर्शकों को किया लोटपोट

मनोरंजन , 237

लखनऊ शुक्रवार 23 अगस्त। संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के सहयोग से शहर की सक्रिय सांस्कृतिक संस्था नव अंशिका फाउंडेशन द्वारा मशहूर नाटक “लाहौल विला कुबत” का मंचन नीशू त्यागी के कुशल निर्देशन में शुक्रवार 23 अगस्त को गोमती नगर स्थित के वाल्मीकि रंगशाला में किया गया। 
“लाहौल विला कुबत” नाटक में दिखाया गया कि केन्द्रीय पात्र, बड़े मियां जी आशिक मिजाज के होते हैँ। जब बड़े मियां अपना मकान किराए के लिए उठाते हैं तो वह किराएदार के लिए शर्त रखते हैं कि वह शादीशुदा ना हो। दरअसल बड़े मियां चाहते हैं कि वह अपनी लड़की की शादी उस कुंवारे किराएदार से तय कर सकें। दूसरी ओर एक परिस्थितियों का मारा शादीशुदा एक अदद आसरे की तलाश में झूठ बोलकर किराएदार बन जाता है। यही से शुरू होती है हास्यजन्य परिस्थितियां क्योंकि किराएदार अपनी पत्नी को अपनी बहन बताकर वहां रहना शुरू करता है। एक ओर दिल फेंक, बड़े मियां किराएदार की पत्नी को उसकी बहन समझ कर डोरे डालने लगते हैं वहीं किराएदार से शादी की कवायद भी दर्शकों को गुदगुदाती है। “लाहौल विला कुबत” में झूठ और स्वार्थ की दलदल में फंसे किरदारों का लुत्फ दर्शकों ने भरपूर उठाया। नाटक के अंत में आखिरकार सच का खुलासा हो ही जाता है।
इस हास्य नाटक में विभिन्न किरदार कलाकारों ने प्रभावी रूप से मंच पर अभिनीत किए। इसमें शराफ़त की भूमिका अनुराग मूर्ति, मिट्ठू की दिलीप, शमीम की अनामिका सिंह, पम्मी की रुचि रावत, नाना मामा की रंजीत राव, बड़े हुज़ूर की शशांक पांडेय और मीर साहब की भूमिका रोहित श्रीवास्तव ने अदा कर दर्शकों की तालियां बटोरीं। नव अंशिका फाउंडेशन की अध्यक्षा नीशू त्यागी के निर्देशन में हुई इस प्रस्तुति में रहमान खांन वर्कशॉप निर्देशक, अनामिका सिंह और शशांक पांडेय सहनिर्देशक रहे। प्रकाश परिकल्पना राजू और मंच सज्जा दानिश की नाट्यानुरूप रही। धीरेन्द्र कुमार के नाट्य संगीत और अनामिका सिंह की वेशभूषा परिकल्पना और  मुख्य सज्जा एम अभिषेक ने  नाट्यरसता को बढ़ाया। इस प्रस्तुति के प्रदर्शन हेतु नीशू त्यागी ने स्थानीय सहयोग के लिए संस्कृति विभाग और थिएटर एवं फिल्म वेलफेयर असोसिएशन का आभार प्रकट किया।
इसी क्रम में शनिवार 24 अगस्त को लखनऊ कम्यूनिकेशन सोसाइटी द्वारा “मिस अहलूवालिया” नाटक का मंचन वाल्मीकि रंगशाला में शाम 6:30 किया जाएगा।

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