*जनपद में बड़ा बदलाव हो सकता है बीजेपी सूत्र*

राष्ट्रीय , 115

।__________            *धीरेंद्र प्रताप तिवारी*                   जनपद उन्नाव में जहां एक तरफ लोकतंत्र का महान पर्व दरवाजे पर आकर खड़ा हो गया है वहीं दूसरी तरफ सारी राजनीतिक पार्टियों रात दिन एक कर अपने-अपने तरकश के तीरों में धार का परीक्षण कर उनका चयन करने में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने भी हैट्रिक बनाने की कवायत रात दिन शुरू कर दी है और कोई भी किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहती है जिससे वह भी अपने तरकश के सारे तीरों को चेक कर कौन तीर कहां मुंसिफ और किस दिशा के लिए सर्वोत्तम होगा बैठक पर बैठक आयोजित की जा रही है जिसमें अपना जनपद उन्नाव भी एक अहम भूमिका में दिखता है आप लोगों को ज्ञात होगा कि अभी हाल ही में हुए नगर क्षेत्र चुनाव में बीजेपी की गुटबाजी देखने को मिली जिसके फल स्वरुप स्वयं प्रदेश के मुखिया योगी जी को इस छोटे से चुनाव में कूदना पड़ा और अगर ऐसा नहीं होता तो शायद जनपद में नगर क्षेत्र के चुनाव में भाजपा की स्थिति कुछ और दिखती क्योंकि जहां जनपद में भाजपा की सबसे बड़ी विरोधी स्वयं भाजपा के ही कुछ गुडबाजी नेता ही दिखाते हैं जिनका मानना है कि हम नहीं तो कोई नहीं इसी के फल स्वरुप स्वयं प्रदेश के मुखिया को जनपद में कूदना पड़ा और बंद कमरो में कुछ को उनको लताड़ना पड़ा जिसके चलते गुडबाजी नेताओं ने जब प्रदेश मुखिया के कड़े तेवर देखा तो उन्होंने भी यह भाप लिया कि जनपद में अगर भाजपा नहीं तो हम नहीं जिसके परिणाम स्वरूप आप लोगों के समक्ष एकजुट होकर आना पड़ा लेकिन जहां दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव की बात करें तो वहीं बीजेपी से टिकट के कई दावेदार अभी से एक पैर दिल्ली में जमाए हुए हैं वहीं जनपद से लगातार दो बार बीजेपी से जीत का झंडा फहरा चुके हुए नेता अब की हैट्रिक मारने की तैयारी का स्वप्न सजोय हुए बैठे हैं जिसके फल स्वरुप जनपद में वह अपने को पूर्ण रूप से पार्टी के दावेदार समझ रहे हैं और घोषित भी करते दिख रहे हैं लेकिन बीजेपी के लिए कुछ भी असंभव नहीं है वह आप लोगों ने विगत अन्य प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनाव में स्वयं देखा है की रातों-रात कौन होगा किस प्रदेश का मुख्यमंत्री जिसका कोई आकलन भी कर पाना नामुमकिन था ऐसी दशा में पार्टी के कुछ सूत्रों द्वारा यह जानकारी मिलती है कि जनपद में भी बीजेपी कोई बड़ा उलट फेर कर सकती है अभी से किसी को पार्टी का दावेदार प्रत्याशी घोषित करना उचित नहीं दिखता है बीजेपी से कई नेता अपने को पार्टी का प्रत्याशी समझकर बंद कमरे में ताल ठोक रहे हैं और इसी समय का इंतजार कर रहे हैं की कब उनका नाम पार्टी हाई कमान घोषित करें अब देखना यह है कि जनपद मैं बीजेपी किस को मैदान में उतरती है क्योंकि यह बीजेपी है________

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