वरिष्ठ पत्रकार के. विक्रम राव के निधन पर पुनर्गठित समिति द्वारा शोकसभा में पत्रकारों ने रखें विचार

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लखनऊ। देश के जाने-माने ट्रेड यूनियन नेता आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार के. विक्रम राव का बीते दिनों लखनऊ आवास पर निधन हो गया था।  के. विक्रम राव के निधन पर आज  एनेक्सी मीडिया सेंटर लखनऊ में उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति (पुनर्गठित) की तरफ से एक शोक सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजधानी के तमाम पत्रकारों ने विक्रम राव जी द्वारा पत्रकारिता के क्षेत्र में दिए गए योगदान को याद करते हुए अपने-अपने विचार रखें और २ मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
एनेक्सी मीडिया सेंटर में आज दोपहर ३ बजे पुनर्गठित समिति द्वारा आयोजित शोक सभा में के. विक्रम राव जी के जीवन और पत्रकारिता के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। समिति के संयोजक प्रभात त्रिपाठी ने शोक सभा में आए पत्रकारों के बीच के. विक्रम राव जी को याद करते हुए बताया कि विक्रम राव जी देश के जाने-माने पत्रकार और ट्रेड यूनियन के एक बड़े नेता थे। जिन्होंने देश और अपने प्रदेश का नाम रोशन किया। स्वर्गीय विक्रम राव जी ने अपने जीवन काल में अपने कई लेखो से  सरकार और समाज को एक मजबूत दिशा दी। स्वर्गीय विक्रम राव जी ने आईएफडब्ल्यूजे संगठन बनाकर देश में श्रमजीवी पत्रकारों के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया। वे सदैव याद रखे जाएंगे। 
समिति के प्रशासनिक सलाहकार शेखर श्रीवास्तव ने विक्रम राव को याद करते हुए कहा कि वह पत्रकारों की एक बड़ी शख्सियत थे। जो अब हम लोगों के बीच में नहीं है, उन्हें सदैव याद किया जाएगा। 
वरिष्ठ उपाध्यक्ष आकाश शेखर शर्मा ने कहा के. विक्रम राव जी एक बड़े पत्रकार थे उनके द्वारा किये गए अच्छे कामों की युवा पत्रकार सीख लें और उनके दिखाए गए मार्गदर्शन पर चले।  डॉक्टर सुयश मिश्रा ने शोक सभा में विक्रम राव जी को याद करते हुए कहा कि वह एक महान पत्रकार थे, उनसे मिलने के लिए किसी ने कहा था लेकिन उनका दुर्भाग्य रहा कि वह ऐसी बड़ी शख्सियत से नहीं मिल सके। उन्होंने कहा कि युवा पत्रकार उनके आदर्शों पर चलें और कुछ सीखें यही विक्रम राव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 
लखनऊ में रह रहे उनके ही नामा राशि पत्रकार विक्रम राव ने श्री के विक्रम राव जी के निधन को एक अपूरणीय क्षति बताया और कुछ स्मरण साझा किया कि किस तरह लोग कई मौको पर वरिष्ठ पत्रकार विक्रम राव की जगह मुझे फोन कर दिया करते थे। उन्होंने कहा कि विक्रम राव जी एक बड़े स्तभ थे उनके साथ कई मौकों पर बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। 
वहीं दूसरी तरफ के विक्रम राव जी के अंतिम समय में दो दशक तक उनके साथ साक्षी रहे वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्रा ने कहा के विक्रम राव एक खुद अपने आप में इंस्टिट्यूट थे। पत्रकारों के बड़े नेता थे उनके साथ संगठन में काम करने का मौका मिला। मनोज मिश्रा ने कहा कि वह अपने आप में पत्रकारिता के विश्वविद्यालय थे। उन्होंने दिवंगत विक्रम राव जी के साथ अपने कई स्मरण साझा किए।
आज की इस श्रद्धांजलि सभा में वरिष्ठ पत्रकार उमेश चंद मिश्रा, दया बिष्ट, अजीत कुमार सिंह, डीपी शुक्ला, हरजीत सिंह बाबा, अमरीश शुक्ला, रवि शंकर उपाध्याय, राम सिंह तोमर अशोक चकलाधर, प्रदीप उपाध्याय, शिवेंद्र पांडे सुजीत सिंह, राजबहादुर सिंह, राकेश कुमार वर्मा डॉक्टर ए के  सेठ अश्विनी सहित तमाम पत्रकार मौजूद थे।अंत में शोक सभा में आए सभी पत्रकारों ने विक्रम राव जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

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